Utpadan Ke Sadhan Lesson Plan In Hindi: उत्पादन के साधन पाठ योजना | Simulated Teaching Economics Lesson Plan in Hindi for B.Ed Class 11 on Sources of Production ( Utpadan Ke Sadhan)
सरल शब्दों में उत्पादन का मतलब वस्तु या पदार्थ का निर्माण करना| मनुष्य वस्तु को बना नहीं सकता, लेकिन वस्तु का स्वरूप बदल कर वस्तु का उपयोग कर सकता है | कुछ अर्थशास्त्रियों का मानना है कि वस्तु में उपयोगिता का सर्जन करना ही उत्पादन है | उत्पादन को उपयोगिता में वृद्धि समझना बिल्कुल गलत होगा क्योंकि उपयोगिता की वृद्धि में ऐसे कई उदाहरण हैं | जिन्हें उत्पादन कहना गलत है | प्रकृति द्वारा दी गई भौतिक वस्तुएं निशुल्क होती है, मुख्य रूप से उत्पादन के तीन साधन है – भूमि, श्रम, पूंजी,
प्रो. बेन्हम के अनुसार, “कोई भी वस्तु जो उत्पादन में मदद पहुँचाती है, उत्पादन का साधन है।” अर्थात् उपयोगिताओं या मूल्यों के सृजन में जो तत्व मददगार होते हैं वे उत्पादन के साधनों के रूप में जाने जाते हैं।
प्रो. मार्शल के अनुसार, “मानव भौतिक वस्तुओं का निर्माण नहीं कर सकता । वह तो अपने श्रम से उपयोगिताओं का सृजन कर सकता है।”
भूमि उत्पादन की पहली नींव होती है जिसमें आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए श्रम किया जाता है और अर्थशास्त्री भूमि को निष्क्रिय और श्रम को सक्रिय साधन मानते हैं | पूंजी को भी उत्पादन का साधन बताया है | उत्पादन में भूमि को पहला हिस्सा और श्रम और पूंजी को बाद का हिस्सा मिलता है | अगर बड़े स्तर की अर्थव्यवस्था की सफलता को पाना चाहते हैं, तो मार्शल ने संगठन को उत्पादन का साधन माना है और संगठन के अंतर्गत प्रबंध और साहस आता है| इस तरह से उत्पादन के साधन पांच होते हैं |
भूमि – इकोनॉमिक्स में भूमि का बड़ा व्यापक अर्थ होता है | पृथ्वी की भूगर्भ और भू के ऊपर जो भी चीजें हमें प्रकृति द्वारा मिलती है | वह सभी भूमि की श्रेणी में आते हैं | इस तरह से सूर्य, पहाड़, भूमि, जंगल, खनिज यह सभी भूमि में आते हैं | प्रो. मार्शल के अनुसार, “भूमि का अभिप्राय उन सब पदार्थों एवं शक्तियों से है जो प्रकृति के मानव को निःशुल्क उपहार के रूप में प्रदान की हैं।
श्रम – मनुष्य द्वारा धन उत्पादन की दृष्टि से जो भी काम किया जाता है, चाहे वह शारीरिक हो या मानसिक दोनों ही श्रम कहलाते हैं | भूमि उत्पादन का निष्क्रिय जबकि श्रम सक्रिय साधन माना गया है | मार्शल के अनुसार, “ये प्रयत्न प्रत्यक्ष आनन्द की दृष्टि से न किये जाकर पूर्णतः अथवा आंशिक रूप से धनोत्पादन की दृष्टि से किये जाते हैं।”
पूंजी – उत्पादन का कुछ हिस्सा जरूरतों को पूरा करने के लिए बचा कर रख लिया जाता है ताकि भविष्य में उत्पादन के लिए यंत्र मशीनें कच्चा माल श्रमिकों का भुगतान किया जा सके | इस तरह कमाया हुआ वह धन जो और ज्यादा धन उत्पादन करने में प्रयोग किया जाए उस धन को पूंजी कहते हैं | अगर भविष्य में बड़े पैमाने की अर्थव्यवस्था में पूंजी उत्पादन का महत्वपूर्ण साधन होता है |
प्रबंध – बड़े स्तर की अर्थव्यवस्था में उत्पादन के साधन का बड़ी मात्रा में प्रयोग किया जाता है, इसे सही ढंग से चलाने के लिए अच्छे व्यक्तियों की आवश्यकता होती है | जो उत्पादन के हिसाब से भूमि और श्रम पूंजी की व्यवस्था करके कम लागत में अच्छा उत्पादन कर सकें | इस तरह बड़े पैमाने की अर्थव्यवस्था में उत्पादन की सफलता के लिए प्रबंध अथवा संगठन की जरूरत है इसलिए इसे उत्पादन का एक अहम साधन माना गया है |
Utpadan Ke Sadhan Lesson Plan
- कक्षा : 11, 12
- विषय : अर्थशास्त्र ( Economics )
- उपविषय : उत्पादन के साधन
- लेसन प्लान टाइप :मैक्रो / रियल टीचिंग / सिमुलेटेड टीचिंग / डिसकशन / स्कूल टीचिंग
Note: निचे दी गयी अर्थशास्त्र पाठ योजना केवल एक उदाहरण मात्र है| जिसमे कक्षा, नाम, कोर्स, दिनांक, अवधि इत्यादि में बदलाव करके आप अपनी सुविधा के अनुसार काम में ला सकते है|
Date : |
Duration Of The Period : |
Pupils Teacher Name : |
Pupil Teacher’s Roll Number : |
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Average Age Of the Pupils : |
Subject : |
Topic : |
विषय वस्तु विश्लेषण –
- उत्पादन के साधन का अर्थ
- उत्पादन के साधन के प्रकार
सामान्य उद्देश्य –
- छात्रों को उत्पादन के विभिन्न साधनों के विषय में ज्ञान प्रदान करना|
- छात्रों को उत्पादन की विभिन्न साधनों का अर्थ समझाना |
- छात्रों में उत्पादन की विभिन्न साधनों के संबंध में अभिरुचि उत्पन्न करना |
- छात्रों में तर्क शक्ति का विकास करना |
विशिष्ट उद्देश्य
ज्ञानात्मक उद्देश्य –
- छात्रों उत्पादन का अर्थ समझ जाते हैं|
- छात्र उत्पादन के अर्थ को लिखना सीख जाते हैं|
बोधात्मक उद्देश्य –
- छात्रों को साधनों का बोध होता है|
- छात्रों को उत्पादन के साधनों तथा उनके प्रकारों का ज्ञान होता है|
प्रयोगात्मक उद्देश्य –
- छात्रों को उत्पादन के साधनों का प्रयोग आता है|
- छात्र उत्पादन के साधनों का निर्माण करना सीखते हैं|
- छात्र उत्पादन के साधनों का प्रयोग करना सीखते हैं|
कौशलात्मक उद्देश्य –
- छात्र उत्पादन के साधनों का अलग-अलग प्रयोग करना सीखते हैं|
- छात्र उत्पादन के साधनों का प्रयोग करना सीखते हैं |
अनुदेशात्मक सामग्री
- सामान्य सामग्री – चौक, झाड़न, संकेतक, श्यामपट्ट
- विशिष्ट सामग्री – चार्ट, पाठ्य पुस्तक
पूर्व परीक्षण – अपने विषय की घोषणा से पूर्व में आपसे कुछ प्रश्न पूछना चाहती हूं|
अध्यापक क्रिया |
छात्र क्रिया |
शरीर ढ़कने के लिए हम क्या पहनते हैं? |
कपड़े |
हम कौन-कौन से धागों से तैयार वस्त्र पहनते हैं? |
सूती रेशमी |
कपड़ा कहां तैयार होता है? |
कपड़े की मील में |
उत्पादन के कौन-कौन से साधन है? |
समस्यात्मक |
उप विषय की घोषणा – तो आज हम उत्पादन के विभिन्न साधनों के विषय में अध्ययन करेंगे|
शिक्षण बिंदु |
छात्र अध्यापक क्रिया |
छात्र क्रिया |
श्यामपट्ट |
उत्पादन के साधन |
जिन सेवाओं साधनों का प्रयोग उत्पादन कार्य में किया जाता है अथवा के उत्पादन में सहायता मिलती है उनको उत्पादन के साधनों का साधन कहते हैं| जो निम्न प्रकार के होते हैं| |
उत्पादन के साधन
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भूमि |
साधारण बोलचाल की भाषा में पृथ्वी के ऊपरी भाग को भूमि कहते हैं परंतु अर्थशास्त्र में पृथ्वी का अर्थ भूमि की उपरी सतह से नहीं बल्कि उन समस्त वस्तुओं या शक्तियों से है जो प्रकृति द्वारा मनुष्य को निशुल्क प्रदान की जाती है भूमि उत्पादन का एक महत्वपूर्ण साधन है| |
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प्रश्न |
भूमि से क्या अर्थ है? |
प्रकृति द्वारा मनुष्य को निशुल्क प्रदान की जाने वाली वस्तुएं भूमि के अंतर्गत आती है| |
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श्रम |
मनुष्य द्वारा किए जाने वाले सभी शारीरिक मानसिक कार्य जो हम करते हैं श्रम कहलाता है| |
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पूंजी |
किसी व्यवसाय में धन उत्पादन के लिए जो पैसा लगाया जाता है उसे पूंजी कहते हैं| जैसे – कारखाने में मशीन, नगदी कच्चा माल आदि| |
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संगठन या प्रबंध |
जिस प्रकार उत्पादन का चौथा साधन संगठन या प्रबंध है उसे किसी व्यवसायिक कार्य को संचालन करने को संगठन प्रबंध कहते हैं| |
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साहस |
जो व्यक्ति जोखिम उठाता है उसे साहसी या मालिक कहा जाता है| |
छात्र ध्यान पूर्वक सुनेगे और मुख्य बिंदुओं को अपनी कॉपी में नोट करेंगे| |
मूल्यांकन –
- अर्थशास्त्र में भूमि का क्या अर्थ है|
- श्रम किसे कहते हैं|
- धन और पूंजी में क्या अंतर है|
- उत्पादन के साधन किसे कहते हैं |
प्रश्न – उत्पादन के साधनों की विस्तार से व्याख्या करें|
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- कक्षा : 11
- विषय : अर्थशास्त्र ( Economics )
- उपविषय : उत्पादन के साधन ( सोर्सेज ऑफ़ प्रोडक्शन )
- लेसन प्लान टाइप : मैक्रो / रियल टीचिंग / सिमुलेटेड टीचिंग / डिसकशन / स्कूल टीचिंग
Note: निचे दी गयी अर्थशास्त्र पाठ योजना केवल एक उदाहरण मात्र है| जिसमे कक्षा, नाम, कोर्स, दिनांक, अवधि इत्यादि में बदलाव करके आप अपनी सुविधा के अनुसार काम में ला सकते है|
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